नवतप्पा के 9 दिनों में बैंगन क्यों नहीं खाना चाहिए? गर्मी और पथरी का खतरा
जानिए क्यों नवतप्पा (25 मई से 2 जून) के दौरान बैंगन खाने से बचना चाहिए। इस समय शरीर में पानी की कमी और ऑक्सलेट की अधिकता से किडनी स्टोन का खतरा बढ़ जाता है। पूरी जानकारी हिंदी में पढ़ें।
नवतप्पा के दिनों में बैंगन से परहेज क्यों जरूरी है?
भारतीय मौसम विज्ञान के अनुसार, 25 मई से 2 जून तक का समय नवतप्पा (Nautapa) कहलाता है। ये वो 9 दिन होते हैं जब सूरज की तपिश सबसे ज्यादा होती है और तापमान चरम पर पहुँच जाता है। इस दौरान शरीर में डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) बनी रहती है, जिससे किडनी स्टोन (पथरी) बनने का खतरा बढ़ जाता है।
इन दिनों में बैंगन (Eggplant/Brinjal) खाने से मना किया जाता है, क्योंकि इसमें ऑक्सलेट (Oxalate) नामक तत्व पाया जाता है, जो पथरी का एक प्रमुख कारण बन सकता है। आइए विस्तार से समझते हैं कि नवतप्पा में बैंगन क्यों नुकसानदायक होता है।
1. बैंगन में ऑक्सलेट – पथरी का खतरा
बैंगन में ऑक्सलेट (Oxalate) प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। जब यह तत्व शरीर में ज्यादा मात्रा में जमा हो जाता है, तो यह कैल्शियम के साथ मिलकर कैल्शियम ऑक्सलेट स्टोन बना देता है, जो किडनी में जमा होकर पथरी का रूप ले लेता है।
क्या होता है जब शरीर में पानी की कमी हो?
नवतप्पा के दौरान पसीना और डिहाइड्रेशन अधिक होता है, जिससे:
1.यूरीन कम बनता है।
2.ऑक्सलेट शरीर से बाहर नहीं निकल पाता।
3.पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है।
2. नवतप्पा में शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है?गर्मी और लू का असर:
1.शरीर का तापमान बढ़ने से पानी की कमी होती है।
2.यूरीन कंसंट्रेट होना: कम पानी पीने से यूरीन गाढ़ा हो जाता है, जिससे मिनरल्स जमा होने लगते हैं।
3.ऑक्सलेट का जमाव: बैंगन, पालक, चॉकलेट जैसी चीजें खाने से ऑक्सलेट बढ़ता है।
3. क्या सिर्फ बैंगन ही नुकसानदायक है?
✅ नहीं, नवतप्पा में इन चीजों से भी सावधान रहें:
✅ पालक, चुकंदर, काजू, चॉकलेट – इनमें भी ऑक्सलेट अधिक होता है।
✅ नमक और प्रोटीन की अधिकता – ये भी पथरी का कारण बन सकते हैं।
✅ कम पानी पीना – डिहाइड्रेशन सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर है।
4. नवतप्पा में क्या खाएं? (सुरक्षित आहार)
1.तरल पदार्थ: नारियल पानी, छाछ, खीरा, तरबूज।
2.हल्का भोजन: दाल-चावल, मूंग दाल, सत्तू।
3.कम ऑक्सलेट वाली सब्जियां: लौकी, तोरई, करेला।
5. पथरी से बचने के उपाय
1.दिन में 3-4 लीटर पानी पिएं।
2.नमक कम खाएं।
3.विटामिन सी की अधिकता से बचें (ज्यादा नींबू न लें)।
4.बैंगन, पालक, चाय-कॉफी कम करें।
निष्कर्ष: नवतप्पा में बैंगन क्यों न खाएं?
नवतप्पा के 9 दिन (25 मई से 2 जून) साल के सबसे गर्म दिन होते हैं, जब शरीर में पानी की कमी और ऑक्सलेट का जमाव किडनी स्टोन का खतरा बढ़ा देता है। बैंगन में मौजूद ऑक्सलेट इस समय और नुकसान पहुँचा सकता है, इसलिए इन दिनों में इससे परहेज करना चाहिए।
अगर आपको पहले से किडनी स्टोन की समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लें और पानी खूब पिएं। स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें!
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