भारत ने पाकिस्तान में भारत की एयर स्ट्राइक ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और POK में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। जानिए कौन-कौन से ठिकाने ध्वस्त हुए, कितनी दूर तक घुसे भारतीय जवान, और क्यों यह ऑपरेशन ऐतिहासिक है।
ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम हमले का जवाब और आतंक के खिलाफ सख्त संदेश
7 मई 2025 की रात, भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (POK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक एयर स्ट्राइक की। यह कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब थी, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की मौत हुई थी
भारत ने किन आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया?
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने जैश-ए-मोहम्मद (JeM), लश्कर-ए-तैयबा (LeT), और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के प्रमुख ठिकानों को ध्वस्त किया। यहाँ उन 9 टारगेट्स की पूरी लिस्ट है:
बहावलपुर (पाकिस्तान):
अंतरराष्ट्रीय सीमा से 100 किमी अंदर स्थित, यह जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय था।
2019 पुलवामा हमले की योजना यहीं बनाई गई थी ।
मुरीदके (पाकिस्तान):
सीमा से 30 किमी दूर, यह लश्कर-ए-तैयबा का प्रशिक्षण केंद्र था।
26/11 मुंबई हमले के आतंकियों को यहीं ट्रेनिंग दी गई थी ।
मरकज-ए-तैयबा (लाहौर):
लश्कर का यह प्रमुख ठिकाना राफेल विमानों द्वारा नष्ट किया गया।
हाफिज सईद के भाषणों से यहीं भारत-विरोधी प्रचार होता था ।
गुलपुर (POK):
LOC (पुंछ-राजौरी) से 35 किमी दूर, यह आतंकियों का लॉन्चपैड था ।
सवाई कैंप (तंगधार सेक्टर, POK):
लश्कर का यह शिविर सीमा से 30 किमी अंदर स्थित था ।
कोटली कैंप (POK):
LOC से 15 किमी दूर, यहाँ 50+ आतंकी छिपे थे ।
बरनाला कैंप (POK):
LOC से 10 किमी दूर, यह जैश-ए-मोहम्मद का प्रशिक्षण केंद्र था
सरजाल कैंप (सांबा-कठुआ):
अंतरराष्ट्रीय सीमा से 8 किमी दूर, यह जैश का हथियार डिपो था ।
मेहमूना कैंप (सियालकोट):
हिज्बुल मुजाहिदीन का यह ठिकाना सीमा से 15 किमी अंदर था ।
ऑपरेशन की खास बातें: कैसे कामयाब हुई यह स्ट्राइक?
खुफिया जानकारी: RAW ने महीनों तक इन ठिकानों पर निगरानी रखी थी ।
सटीक हथियार: राफेल विमानों और लोइटरिंग म्यूनिशन्स (घातक ड्रोन) का इस्तेमाल किया गया ।
जॉइंट ऑपरेशन: सेना, नौसेना, और वायुसेना ने मिलकर कार्रवाई की ।
नागरिकों को बचाया: भारत ने सिर्फ आतंकी ढांचों को निशाना बनाया, पाकिस्तानी सेना के कैंप्स नहीं
पाकिस्तान पर क्या असर हुआ?
दहशत का माहौल: लाहौर और सियालकोट एयरपोर्ट बंद कर दिए गए, मस्जिदों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई ।
आतंकियों का नुकसान: 70+ आतंकी मारे गए, 90+ ठिकाने ध्वस्त हुए ।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: LoC पर सीजफायर उल्लंघन किया, जिसमें 3 भारतीय नागरिक शहीद हुए
क्यों महत्वपूर्ण है ऑपरेशन सिंदूर?
रणनीतिक सफलता: यह 2019 के बालाकोट स्ट्राइक से भी बड़ा ऑपरेशन है।
अंतरराष्ट्रीय संदेश: भारत ने साबित किया कि वह आतंकवाद को "जड़ से उखाड़ने" को तैयार है ।
राजनीतिक एकता: कांग्रेस, AIMIM, और सूफी नेताओं ने सेना का समर्थन किया है ।
निष्कर्ष: आतंक के खिलाफ भारत की दृढ़ता
ऑपरेशन सिंदूर ने साबित किया कि भारत आतंकवाद को जीरो टॉलरेंस की नीति से निपटेगा। यह ऑपरेशन न सिर्फ पहलगाम हमले का बदला है, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने का संकेत भी ।
0 टिप्पणियाँ